बेन जॉनसन: हास्य के उस्ताद
बेन जॉनसन: हास्य के उस्ताद बेन जॉनसन अंग्रेजी पुनर्जागरण के एक बेहद लोकप्रिय व्यक्तित्व हैं। हालाँकि वे शेक्सपियर की परछाईं में खड़े हैं लेकिन साथ ही वे अपनी अनूठी प्रतिभा से भी चमकते हैं। उन्होंने व्यंग्य और सामाजिक टिप्पणी के उस्ताद के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने ऐसे हास्य नाटक रचे जो अपने युग की मूर्खताओं और बुराइयों का भेद खोलते थे। वे न केवल एक नाटककार थे बल्कि एक साहित्यिक आलोचक, कवि और एक महान विद्वान भी थे। उन्होंने अंग्रेजी नाटक को शास्त्रीय सिद्धांतों पर आधारित करके उसकी प्रतिष्ठा को ऊँचा उठाने का प्रयास किया। मूर्खताओं से भरी इस दुनिया में बेन जॉनसन के नाटक हमें अपनी कमियों और जुनून पर हँसने की याद दिलाते हैं। बेन जॉनसन का जन्म 1572 में लंदन में हुआ था। उन्होंने वेस्टमिंस्टर स्कूल से शास्त्रीय शिक्षा प्राप्त की। बाद में उन्होंने एक राजमिस्त्री के रूप में काम किया, लेकिन उनका असली लक्ष्य साहित्य था। जॉनसन का जीवन प्रसिद्धि और बदनामी दोनों से भरा रहा। उन्होंने एक सैनिक के रूप में सेवा की। एक द्वंद्वयुद्ध में एक साथी अभिनेता की हत्या के लिए उन्हें जेल हुई और एंग्...