लाला हरदयाल( Lala Hardayal) और उनका लेखन
लाला हरदयाल एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और भारत के एक महान विद्वान हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन अपनी मातृभूमि भारत की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। वे गदर पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। इस महान देशभक्त ने अपने देश की सेवा के लिए सिविल सेवा के अपने करियर को ताक पर रख दिया था। उनके सरल जीवन और बौद्धिक अंतर्दृष्टि ने विदेशों में रहने वाले कई भारतीयों को ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया। लाला हरदयाल अपनी मातृभूमि के निस्वार्थ सेवक थे। वह कई महान भारतीय क्रांतिकारी हस्तियों से प्रेरित थे। उनमें श्यामजी कृष्ण वर्मा, विनायक दामोदर सावरकर, भीखाजी कामा और कुछ अन्य उनके आदर्श थे। वे आर्य समाज के भी प्रबल अनुयायी थे। लाला हरदयाल जी निःसंदेह एक महान विद्वान थे। उनकी अनमोल रचनाओं की पूरी दुनिया में सराहना होती है। वे अपने लेखन में मैजिनी, मार्क्स और मिखाइल बाकुनिन से प्रभावित थे। उनके आदर्शवादी विचार बहुत प्रभावशाली हैं। उनके महत्वपूर्ण कार्यों में Hints for Self Culture, Thoughts on Education, Social Conquest of Hindu Race, Forty Four Months in Germany an...